कल से उसे दूँगी ज्यादा समय क्या हुआ जो मैं साठ की हूँ। कल से उसे दूँगी ज्यादा समय क्या हुआ जो मैं साठ की हूँ।
अब विदाई की आहट पर जाते हुए हमेशा मुस्कराती हूँ मैं। अब विदाई की आहट पर जाते हुए हमेशा मुस्कराती हूँ मैं।
अगर तुम इश्क़ करते हो तुम्हें नींदों से रिश्ता तोड़ना होगा बहुत सोते हो न अब रातो में जग अगर तुम इश्क़ करते हो तुम्हें नींदों से रिश्ता तोड़ना होगा बहुत सोते हो न अब रा...
अब की बार तुम निराश ना करना, जागते रहना दिन भर अवकाश न भरना। रात बनी सोने को दि अब की बार तुम निराश ना करना, जागते रहना दिन भर अवकाश न भरना। रात...
वो अपनी जगह सही है और हम अपनी, तो फिर किसी से शिकवा ही क्या करना, वो अपनी जगह सही है और हम अपनी, तो फिर किसी से शिकवा ही क्या करना,
माफ करना चाहिए गलती को हर रात के बाद एक नया दिन ! माफ करना चाहिए गलती को हर रात के बाद एक नया दिन !